Love shayari
सिखा दिया दुनिया ने मुझे अपनों, पर भी शक करना, मेरी फितरत ने तो गैरों पर भी भरोसा करना सिखाया था..!!
कभी मतलब के लिए तो कभी
सिर्फ दिल्लगी के लिए,
हर कोई मोहब्बत ढुंढ रहा है,
यहा अपनी ज़िन्दगी के लिए..!!
मत पूछो की उसके प्यार करने का अन्दाज कैसा था
उसने इतनी सिद्दत से सीने लगाया,
सांस भी रुक गयी और जान भी ना गई !!
हमारे दिल से निकलने का
रास्ता भी ना ढूंढ़ सके जो कहते थे
तुम्हारी रग-रग से वाकिफ है हम..!!
कभी कभी हम धागे ही इतने कमजोर चुन लेते है !
कि पूरी उम्र ही गांठ बांधने में गुजर जाती है..!!
-Pallavi
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